Close

न्यूज

Date: December 28, 2021

माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मेरठ में किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन

Uttar Pradesh gets 5th STPI Centre at Meerut

माननीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मेरठ में किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन

(मेरठ में उत्तर प्रदेश का 5वां एसटीपीआई केंद्र वैश्विक निवेशको आकर्षित कर युवाओं के लिए रोजगार और उद्यमिता के अवसर पैदा करेगा)

मेरठ, 28 दिसंबर, 2021:माननीय केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमशीलता तथा इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री श्री राजीव चंद्रशेखर ने 28 दिसंबर 2021को किया एसटीपीआई के 62वें केंद्र का उद्घाटन। श्रीराजेंद्रअग्रवाल, माननीय संसद सदस्य(लोकसभा); श्री सोमेंद्र तोमर, माननीय विधायक; श्री सत्यप्रकाश अग्रवाल, माननीय विधायक;  श्री अरविंद कुमार, महानिदेशक, एसटीपीआई और श्री भुवनेश कुमार, संयुक्त सचिव, एमईआईटीवाई भी उपस्थित थे मेरठ स्थित वेदव्यास पुरी योजना, एनएच-58 बाईपास के पास आईटीपी-03 मेंआयोजित इस उद्घाटन कार्यक्रम में उनके साथ उपस्थित थे ।

एसटीपीआई-मेरठ का उद्घाटन,क्षेत्र के MSMEs, स्टार्टअप को सॉफ्टवेयर निर्यात में गतिप्रदान करने एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने में मदद करेगा और साथ ही साथ विदेशी निवेश और डिजिटल उत्तर प्रदेश के विज़न को भी पूर्ण करेगा।

एसटीपीआई-नोएडाकेअधिकारक्षेत्रकेतहतमेरठकेंद्रटीयर-2/3 शहरों में एसटीपीआई का 54 वां केंद्र है।एसटीपीआई-मेरठ उत्तर प्रदेश के आईटी पदचिह्न के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और टीयर-2/3 शहरों के नवोदित तकनीकी उद्यमियों और नवप्रवर्तकों को उनके अनूठे विचारों को नवीन उत्पादों में बदलने के लिए सशक्त बनाएगा। वित्त वर्ष 2020-21 में, एसटीपीआई की रजिस्टर्ड यूनिट्स ने आईटी/आईटीईएस निर्यात में 4,96,313 करोड़ रुपये का योगदान दियाथा जिसमें, उत्तर प्रदेश ने 22,671 करोड़ रुपयों का योगदान दिया था।

25,074 वर्ग फुट के कुल निर्मित क्षेत्र के साथ, एसटीपीआई-मेरठ में अत्याधुनिक इन्क्यूबेशन सुविधाएँ मौजूद हैं। 3,704 वर्ग फुट में 133 सीटों के साथ प्लग-एन-प्लेस्पेस तथा 2,021 वर्गफुट में रॉ इन्क्यूबेशन का स्थान है जो कि हाईस्पीड डेटा संचार सुविधाओं से लैस है। निर्माता संस्कृति को बढ़ावा देते हुए यह सुविधा युवा तकनीकी-उद्यमियों और स्टार्ट-अप के बीच नए सॉफ्टवेयर उत्पादोंको विकसित करने एवं भारत और वैश्विक स्तर पर आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए सशक्त बनाएगी।यह पहल, क्षेत्र से आईटी निर्यात को बढ़ावा देने और क्षेत्र में युवाओं के लिए प्रत्यक्ष औरअप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करने में मदद भी करेगा।

" बुंदेलखंड, उत्तर प्रदेश के एक किसान की बेटी नंदिनी कुशवाहा, 9वीं कक्षा की छात्रा ने राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में एआई सॉल्यूशन बनाकर विजेता बनना इस बात का एक शानदार उदाहरण है कि कैसे डिजिटल इंडिया ने टियर -2 /3 शहरों के  छात्रों को नवोन्मेषी और उद्यमी बनाने में सशक्त भूमिका निभाई है। बनेंगे। मैंने व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप किया है और प्रौद्योगिकी में उनकी उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति की व्यवस्था की है और अंततः एक वैज्ञानिक बनने की उनकी इच्छा को पूरा करने का बीड़ा उठाया है,” श्री राजीव चंद्रशेखर, माननीय केंद्रीय कौशल विकास और उद्यमिता, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री ने मुख्य अतिथि के रूप में सभा को संबोधित करते हुए कहा।

“पिछले पांच वर्षों में यूपी में कई बड़े परिवर्तन हुए हैं। प्रौद्योगिकी में निवेश करने वाली तमाम कंपनियों ने यूपी में निवेश करने की इच्छा जताई है और यह एक महत्वपूर्ण बदलाव है।डिजिटल इंडिया ने छात्रों को सशक्त उद्यमी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।डिजिटल इंडिया का मार्ग डिजिटल उत्तर प्रदेश से हो कर जायेगा,” श्री चंद्रशेखर ने कहा। 

उन्होंने जोर दिया कि “एसटीपीआई-मेरठ निवेशकों को आकर्षित करके और राज्य को प्रौद्योगिकी उद्यमिता में एक नेता के रूप में बदल कर यूपी को अगले पांच वर्षों में एक डिजिटल हब बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा”.
“मेरठ के बीच की दूरी को कम कर दिया है; इसके अलावा, एसटीपीआई-मेरठ केंद्र की स्थापना से अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा उपलब्ध होगा और उद्यमियों को इस शहर में निवेश शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा जबकि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अपार अवसर पैदा होंगे,” श्री राजेंद्र अग्रवाल, माननीय संसद सदस्य (लोकसभा) ने इस अवसर पर कहा ।
एसटीपीआई ने देश के टियर-II/टियर-III शहरों को बढ़ावा देने में भी अभूतपूर्व भूमिका निभाई है।62 एसटीपीआई केंद्रों में से 54 केंद्र देश भर में आईटी/आईटीईएस निर्यात के एक समान और समग्र विकास के उद्देश्य से टियर- II औरटियर- III स्थानों पर हैं। एसटीपीआई नेक्स्ट जनरेशन इनक्यूबेशन स्कीम (NGIS) को लागू करके और सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप (CoEs) स्थापित कर के अखिल भारत में तकनीकी स्टार्ट-अप और उभरती प्रौद्योगिकियों के पोषण का काम कर रहा है । 

श्री अरविंद कुमार, महानिदेशक, एसटीपीआई ने कहा, “एक रिपोर्ट के मुताबिक बड़ी कंपनियां कॉस्टइफेक्टिव उत्पादन के लिए अपने संचालनको टियर -1 शहरों से टियर -2/3 शहरों में स्थानांतरित करना चाहती हैं। एसटीपीआई ने इन शहरों में आईटी उद्योग फैलाना शुरू कर दिया है और सीड फंडिंग प्रदान कर के उभरती प्रौद्योगिकियों में नवीन उत्पादों को विकसित करने के लिए टीयर -2/3 शहरों में तकनीकी उद्यमियों और स्टार्ट-अप को ट्रैनिंग देने के लिए NGIS कार्यक्रम भी लागू किया है। ”

“एसटीपीआई-मेरठ केंद्र की स्थापना उद्योग, स्टार्टअप और उद्यमियों को सशक्त बनाने और इस सुविधा का लाभ उठाने में एक उल्लेखनीय मील का पत्थर है जो शहर के विकास में योगदान करेगी,” श्री भुवनेश कुमार, संयुक्त सचिव, एमईआईटीवाई ने रेखांकित करते हुए कहा।

एसटीपीआई केंद्र और इन्क्यूबेशन सुविधा के लाभ-

•    क्षेत्र को महत्वपूर्ण आईटी स्थानों में से एक के रूप में बढ़ावा देना एवं राज्य में आईटी/आईटीईएस/ईएसडीएम यूनिट्स को आकर्षित करना।
•    इस क्षेत्र से आईटी सॉफ्टवेयर और सेवाओं के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए इस प्रकार सकल राष्ट्रीय निर्यात में योगदान करना।
•    सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (एसटीपी) और इलेक्ट्रॉनिक हार्डवेयर टेक्नोलॉजी पार्क (ईएचटीपी) योजना के तहत वैधानिक सेवाएं प्रदानकरना।
•    अत्याधुनिक इन्क्यूबेशन सुविधा, उच्चगति डेटा संचार (एचएसडीसी) औरअन्य मूल्य वर्धित सेवाएं प्रदान करना।
•    नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए, आईपीआर और उत्पाद विकास का निर्माण
•    स्टार्ट-अप को मार्गदर्शन और प्रचार-प्रसार में सहायता प्रदान करना
 

Featured on leading daily as mentioned below :

वापस शीर्ष पर