उद्देश्य : आईओटी ओपनलैब की स्थापना का उद्देश्य आईओटी आधारित अनुप्रयोगों, उत्पादों और समाधानों को विकसित करने के लिए नवोन्मेषी स्टार्ट-अप को सक्षम बनने के लिए एक प्रौद्योगिकी मंच बनाना है जो न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य भी होगा।
फोकस क्षेत्र : औद्योगिक आईओटी, ऑटोमोटिव, वियरेबल्स, एडुटेक, एग्रीटेक, नैनोटेक, मोबिलिटी और होम ऑटोमेशन और स्मार्ट सिटी
स्थान : बेंगलुरु, भारत का आईटी हब और "सिलिकॉन वैली" अपने जीवंत स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र और उद्यमशीलता के उत्साह के कारण प्रस्तावित आईओटी ओपनलैब के लिए उत्तम स्थान है।
भागीदार : पार्टनर्स में एसटीपीआई, एमईआईटीवाई, एरो इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य शामिल हैं। आइईएसए और टीआईई जैसे अन्य भागीदार स्टार्टअप्स को नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करेंगे; पीईएस संस्थान और आरवीसीई बेंगलुरु जैसे अकादमिक भागीदार अकादमिक विशेषज्ञता प्रदान करेंगे; और फोरम सिनर्जी और साइबर मीडिया जैसे फंडिंग पार्टनर फंडिंग सहायता और समर्थन प्रदान करेंगे।
लक्षित लाभार्थी : इसका लक्ष्य पांच वर्षों की अवधि में प्रति वर्ष लगभग 100 स्टार्टअप (भौतिक और आभासी) का समर्थन और पोषण करना है।
अवधि : सीओई को इसके लॉन्च की तारीख से पांच साल के लिए परिचालित रखने का प्रस्ताव है।
बजट और फंडिंग का स्रोत : इस परियोजना का कुल बजट पांच वर्षों की अवधि में 11.47 करोड़ रुपये है, जिसमें एमईआईटीवाई का 1 करोड़ रु. का योगदान अनुदान सहायता के रूप में जारी किया जाएगा, एसटीपीआई का योगदान रु. 3.52 करोड़ और एरो इलेक्ट्रॉनिक्स का योगदान 6.95 करोड़ रु. है।
चीफ मेंटर : एरो इलेक्ट्रॉनिक्स के एमडी श्री संजीव केसकर इस लैब के चीफ मेंटर होंगे।
मेंटरों की संख्या : विभिन्न सरकार, उद्योग और शिक्षा संस्थानों से
उपलब्धियां : 10 स्टार्टअप शामिल हुए
अधिक जानकारी के लिए नीचे दिए गए लिंक पर जाएं :
एम.डी., एरो इलेक्ट्रॉनिक्स
चीफ मेंटर सभी गतिविधियों से जुड़े रहेंगे और सीओई के लिए मार्गदर्शक और एंकर होंगे।
निदेशक, एसटीपीआई - बेंगलुरु
सीओई के प्रमुख सभी गतिविधियों से जुड़े रहेंगे और सीओई के लिए मार्गदर्शक और एंकर होंगे।
आईओटी ओपन लैब की स्थापना का उद्देश्य आईओटी आधारित अनुप्रयोगों, उत्पादों और समाधानों को विकसित करने के लिए नवोन्मेषी स्टार्ट-अप को सक्षम करने के लिए एक प्रौद्योगिकी मंच बनाना है जो न केवल घरेलू जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि एक वैश्विक परिप्रेक्ष्य भी रखेगा ।